Nitish Kumar Ka Jivan Parichay
नीतीश कुमार का जीवन परिचय : नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च सन् 1951 में हुआ था। भारत को आजाद हुए चार साल ही बीते थे जब नीतीश कुमार का जन्म हुआ। नीतीश कुमार पटना से तकरीबन 50 किलोमीटर दूर बख्तियारपुर के रहने वाले हैं। उनका जन्म मशहूर आयुर्वेदाचार्य राम लखन सिंह के घर हुआ था। आइए बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे मे विस्तार से जानते है।
नीतीश कुमार का जीवन परिचय
इनको बचपन में मुन्ना कहकर बुलाया जाता था। अगर हम बात करे नीतीश शब्द के अर्थ का तो, नीतीश भगवान कृष्ण का ही एक नाम है। नीतीश का एक और भी अर्थ होता है, “सही राह पर चलने वाला”। आम लोगों की तरह नितीश कुमार का बचपन भी गांव में ही बीता।
नीतीश कुमार और चार-पांच लड़कों का एक ग्रुप था। जो दिन भर गिल्ली डंडा और चिका खेला करता था। नीतीश कुमार के आंगन में एक कुआं है। बचपन में नीतीश कुमार खेल खेल मे घर का बर्तन और समान कुएं में फेंक दिया करते थे।
नीतीश कुमार की जीवनी | बायोग्राफी | विकिपीडिया
नाम | नीतीश कुमार |
जन्मतिथि | 1 मार्च 1951 |
जन्म स्थान | बख्तियारपुर, बिहार |
पिता का नाम | कविराज राम लखन सिंह |
माता का नाम | रामेश्वरी देवी |
पत्नी का नाम | मंजू कुमारी सिन्हा |
बेटे का नाम | निशांत कुमार |
भाई का नाम | सतीश कुमार |
उम्र (2021 के अनुसार) | 70 वर्ष |
पेशा | राजनेता, बिहार के मुख्यमंत्री |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
स्कूल | गणेश उच्च विद्यालय, बख्तियारपुर |
कॉलेज | साइंस कॉलेज, पटना , बिहार कॉलेज आफ़ इंजीनियरिंग |
आज भी नीतीश कुमार के पिता आयुर्वेदाचार्य राम लखन सिंह के नाम का बोर्ड उनके घर पर मौजूद है। तथा वह टेबल भी मौजूद है, जहां बैठकर राम लखन सिंह लोगों का उपचार किया करते थे। वही पर नन्हे नीतीश अपने पिता का हाथ बटाते थे। आज भी उनके घर पर जड़ी बूटी पीसने वाली चक्की मौजूद है।
नीतीश कुमार ने अपने पिता के साथ रहते रहते आयुर्वेद की काफी जानकारी हासिल कर ली थी। नीतीश कुमार को भी नब्ज पहचानने का अनुभव हो गया था।
नीतीश कुमार किस जाती से है
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार OBC श्रेनी से आते है। वे कुर्मी जाती से है।
नीतीश कुमार के कितने बच्चे हैं
वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक ही लड़का है। उनका नाम निशांत है, और उन्हें राजनीति में बिल्कुल भी रुचि नहीं है। नीतीश की तरह ही उन्होंने भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वे बीआईटी मेसरा से ग्रैजुएट हैं।
नीतीश कुमार की शिक्षा
उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने ही गांव के स्कूल से पूरी की। उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई गणेश उच्च विद्यालय से की। नीतीश कुमार को पढ़ाने वाले शिक्षक बताते हैं कि, वह बचपन से ही पढ़ने में तेज थे।
उनके बचपन के एक शिक्षक को लगता था कि, नितीश कुमार बड़े होकर इंजीनियर बनेंगे। किन्तु यह बालक नीतीश कुमार भविष्य मे एक दिन बिहार का मुख्यमंत्री बन जाएगा यह किसी को पता नहीं था।
दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद नीतीश कुमार को पटना के प्रतिष्ठित साइंस कॉलेज में दाखिल मिल गया। और इसी के साथ उनका इस प्रतिष्ठित कॉलेज मे पढ़ने का सपना भी पूरा हो गया।
उसके 2 साल बाद उन्होंने पटना में बिहार कॉलेज आफ़ इंजीनियरिंग में नामांकन कराया। नीतीश कुमार घर से बाहर हॉस्टल में रहते थे। इसके बावजूद भी उन्होंने शराब,सिगरेट आदि बुरी आदतों से दूरी बनाए रखा।
नीतीश कुमार का विवाह
इंजीनियरिंग की पढ़ाई खत्म करने के बाद नीतीश के शादी की बात होने लगी। नीतीश कुमार का विवाह 22 फरवरी 1973 को एक टीचर से साथ हुआ। उनकी पत्नी का नाम मंजू कुमारी सिन्हा था।
नीतीश कुमार शुरू से ही सिद्धांत वादी थे। उन्होंने लड़की वालों से मिले दहेज के पैसों में से 22,000 रुपया लौटा दिए। तथा धूमधाम से शादी करने के बजाए उन्होंने शादी बड़ी ही सादगी से कोर्ट मे की।
नीतीश कुमार का राजनीतिक सफर
इंजीनियरिंग की पढ़ाई और अपनी शादी के बाद नीतीश कुमार ने राजनीति की राह पकड़ी। सन् 1974 मे जेपी आंदोलन के दौरान युवा नीतीश कुमार, जयप्रकाश नारायण जी से जुड़े। उन्होंने जेपी आंदोलन मे काफी अहम भूमिका निभाई। वह जेपी आंदोलन के दौरान जेल भी गए।
नीतीश कुमार को चुनाव में कामयाबी सन् 1985 में मिली। दरअसल वे सन् 1985 मे पहली बार विधायक (MLA) बने थे। इसके बाद नीतीश ने राजनीति मे कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। सन् 1989 में नीतीश केंद्र की राजनीति में सक्रिय हुए।
उस समय कांग्रेस को टक्कर देने के लिए जनता दल का गठन हुआ था। और नीतीश कुमार इसके इसके महासचिव बनाए गए। सन् 1989 में नवी लोक सभा का चुनाव हुआ और नीतीश बाढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए।
वी पी सिंह की सरकार में नीतीश कृषि राज्य मंत्री बने। सन् 1991 में वी पी सिंह की सरकार गिर गई और उसके बाद हुए चुनाव हुए। 1991 मे हुए चुनाव मे नीतीश कुमार पुनः सांसद का चुनाव जीत गए। उन्होंने 1989 से लेकर सन् 2004 तक बाढ़ संसदीय क्षेत्र का प्रतिधनित्व किया।
मगर राष्ट्रीय स्तर पर उन्हे पहचान मिली NDA-1 की सरकार मे रहने के दौरान। दरअसल नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेयी सरकार मे रेल मंत्री बनाए गए। उन्होंने अपने काम से सभी को प्रभावित किया, और उनकी राजनीति जगत मे एक बेदाग नेता के रूप मे छवि बनी।
नीतीश कुमार कितनी बार मुख्यमंत्री बने हैं
बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सन 2000 से अभी तक कुल मिलाकर सात बार मुख्यमंत्री बन चुके है। आइए उनके सारे कार्यकाल के बारे में नीचे विस्तार से जानते है।
सन् 2000 मे पहली बार नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने। किन्तु वे इस पद पर मात्र सात दिन ही रह पाए। वे विधान सभा मे बहुमत हासिल नहीं कर पाए थे। 03 मार्च सन् 2000 को उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री के रूप मे सपत ली। और 10 मार्च सन् 2000 को उनकी सरकार गिर गई।
दूसरी बार 24 नवम्बर 2005 वे मुख्यमंत्री बने। और उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। इस कार्यकाल के दौरान उन्होंने बिहार के हर क्षेत्र तक रोड नेटवर्क का विस्तार किया। और लोग उन्हे सुसाशन बाबू भी कहने लगे। क्यू की उन्होंने भ्रष्टाचार रहित सरकार चला कर दिखाया था।
तीसरी बार नीतीश कुमार 26 नवम्बर 2010 को मुख्यमंत्री बने। मई 2014 मे हुए लोकसभा चुनाव मे उनकी पार्टी ने काफी खराब प्रदर्शन किया। और इसकी जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। तथा अपनी जगह जितनराम मांझी को मुख्यमंत्री बना दिया। मगर जितनराम मांझी इस पद की जिम्मेदारी संभाल नहीं पाए, और उन्होंने 9 महीने मे इस्तीफा दे दिया।
चौथी बार नीतीश कुमार 22 फरवरी 2015 को बिहार के मुख्यमंत्री बने। इस दौरान उन्हे लालू प्रसाद की पार्टी रा ज द ने बाहर से समर्थन दिया। नवम्बर 2015 मे हुए चुनाव मे ज द यू और रा ज द ने महागठबंधन बनाया और चुनाव जीत गए। इस चुनाव मे भा ज पा की अगुवाई वाली NDA की हार हुई थी।
सन् 2015 मे महागठबंधन के भारी जीत के बाद पाँचवी बार नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने। नीतीश कुमार ने 20 नवंबर 2015 को बिहार के मुख्यमंत्री पद की सपत ली। मगर यहाँ भी ये सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई। रा ज द से भ्रष्टाचार को लेकर मतभेद के बाद नीतीश ने 26 जुलाई 2017 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
सरकार गिरते ही मौके की तलाश मे जुटी भा ज पा ने तुरंत नीतीश से गठबंधन कर लिया। और छठी बार नीतीश कुमार 27 जुलाई 2017 को बिहार के मुख्यमंत्री बने। नीतीश सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा किया और चुनाव मे गए। कोरोना काल मे हुए 2020 विधानसभा चुनाव मे NDA चुनाव जीत गई।
मौजूद कार्यकाल
इसके बाद सातवी बार 16 नवम्बर 2020 को नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने। इस तरह से देखा जाए तो नीतीश कुमार 20 साल के अवधि मे कुल 6 बार बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके है। और उनका सातवा कार्यकाल जारी है। वर्तमान समय मे बिहार मे NDA की सरकार चल रही है।
उम्मीद आपको नीतीश कुमार का जीवन परिचय पसंद आया होगा। फिर भी कोई सुझाव या सवाल हो तो कमेन्ट करके जरूर पूछे।