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Lemon Grass ki Kheti | Lemon Grass Benefits

लेमन ग्रास की खेती के बारे मे जानने से पहले ये जान लेते है कि, आखिर ये लेमन ग्रास होता क्या है। लेमन ग्रास या नींबू घास जिसे अंग्रेजी मे Cymbopogon Citratus के नाम से जाना जाता है। इसकी खुशबू नींबू (Citrus limon) की तरह होती हैं। भारत सालाना 700 टन लेमन ग्रास के तेल का उत्पादन करता है, जिसमे अधिकतर निर्यात हो जाता है

आमतौर पर लेमन ग्रास की खेती इसके औषधीय और जड़ी-बूटी वालों गुणों की वजह से की जाती हैं।

जैसा की इसके नाम से ही प्रतीत होता है कि, यह घास परिवार का हिस्सा है। इस जाति कि उत्पति एशियाई, अफ्रीकी एवं ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप मे हुआ है।

Lemon Grass Benefits / लेमन ग्रास के फायदे

लेमन ग्रास का व्यापक रूप से उपयोग एशियाई व्यंजनों में किया जाता है। भारत में औषधीय जड़ी बूटी के साथ ही खाने मे स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें एक सूक्ष्म खट्टा स्वाद होता है।

इसे सूखाकर अथवा पीसकर उपयोग किया जा सकता है, या चाहे तो ताजा भी इस्तेमाल कर सकते है। यह आमतौर पर चाय, सूप और करी में उपयोग किया जाता है। यह चिकन, मछली और समुद्री भोजन के साथ उपयोग के लिए भी उपयुक्त है।

इसे भारत के साथ ही विश्व के कई देशों मे भी चाय में इस्तेमाल किया जाता है। लेमनग्रास तेल का उपयोग कीटनाशक और परिरक्षक (preservative) के रूप में किया जाता है। अनुसंधान से पता चला है कि लेमनग्रास तेल में ऐंटिफंगल गुण होते हैं।

इसके फसल को जंगली या छूटा जानवर नहीं खाते है।

लेमन ग्रास के पौधों मे किसी तरह की बीमारी नहीं होती है। इसलिए छिड़काव कि आवश्यकता नहीं होती है और खेती की लागत कम होती है।

इसके तेल का इस्तेमाल मच्छरों और उसके जैसे कुछ कीड़ों को भगाने मे किया जाता। लेमन ग्रास ऑयल का उपयोग सौंदर्य प्रसाधन, साबुन, कॉस्मेटिक्स, दवाओं और कीटनाशक में भी होता है।

Lemongrass oil rate

इसकी खेती करने का प्रमुख कारण ये है कि, लेमन ग्रास तेल का काफी महंगा होना। वर्तमान समय मे Indiamart पर इसकी कीमत ₹1500 से 1750 प्रति लिटर है। वही Amazon कि साइट पर इसके तेल कि कीमत ₹ 2499 प्रति लिटर है।

ऊपर दिए गए उद्धारण से आप समझ गए होंगे की इसकी खेती से कितना मुनाफा कमाया जा सकता है।

लेमन ग्रास की खेती कैसे करे

इसके खेती के लिए कुछ खास बातों पर ध्यान देने की जरूरत है।

मौसम :-

इसकी खेती के लिए गर्म और आद्र जलवायु उपयुक्त है। उच्च तापमान और धूप से पौधों मे तेल की मात्रा बढ़ती है।

मिट्टी :-

लेमन ग्रास कि खेती सभी प्रकार की मिट्टी मे की जा सकती है। दोमट उपजाऊ भूमि इसके खेती के लिए अच्छी होती है। बालू युक्त चिकनी मिट्टी, लेटेराइट एवं कम वर्षा वाले भूमि मे भी इसकी खेती की जा सकती है।

लेमन ग्रास की उन्नत किसमे :-

ओ. डी. – 19, ओ. डी. – 40 प्रगति, आर. आर. एल. – 16 प्रमाण, सुगंधी आदि।

रोपाई दूरी :-

कतार से कतार – 45 से. मी.

पौधे से पौधे30 से. मी

गहराई – 15 से. मी

लेमन ग्रास की रोपाई कब और कैसे करे

इसको लगाने का सही समय मॉनसून के शुरुवात मे होता है। वही अगर पानी की उचित व्यवस्था हो तो इसकी रोपाई फरवरी और मार्च महीने मे भी कर सकते है।

इसकी रोपाई की विधि धान की तरह ही होती है। फर्क सिर्फ इतना है की जहा धान मे बिछड़े का उपयोग होता है, वही लेमन ग्रास की रोपाई मे स्लिप का प्रयोग किया जाता है।

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लेमन ग्रास की रोपाई मे स्लिप का प्रयोग

फसल कब काटे :-

लेमन ग्रास कि पहली कटाई 3 से 5 महीने मे ले सकते है। उसके बाद हर 3 से 4 महीने (मिट्टी की उर्वरक्ता पर निर्भर) मे इसकी कटाई ली जा सकती है। अमूमन पहली कटाई मे तेल की मात्रा औसत से कम होती है। दूसरे और तीसरे कटाई से तेल की मात्रा बढ़ने लगती है।

इसके पत्ते को तोड़ कर सुघने पर बहुत तेज नींबू की गंध आए, तब समझ लेना चाहिए कि फसल कटने का वक्त हो गया है।

इसके फसल को जमीन से 15 से 20 से. मी. छोड़कर कटाई की जाती है।

खर्च कितना आता है

लेमन ग्रास कि खेती मे प्रति हेक्टेर 30 से 40 हजार रुपए का खर्च आता है। एक बार रोपाई करने के बाद 5 से 6 वर्ष तक आप साल मे तीन से चार बार कटाई कर सकते है।

लेमन ग्रास से आमदनी

इसकी खेती से प्रति हेक्टेर 100-150 लीटर तेल निकलता है। एक हेक्टेर मे 1,25,000 से 1,60,000 रुपए तक कि आमदनी हो जाती है। अगर हम सारे खर्चे निकाल दे तो प्रति हेक्टेर 70,000 से 1,20,000 का शुद्ध मुनाफा प्रति वर्ष प्राप्त कर सकते है।

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लेमन ग्रास से तेल निकालने की विधि नीचे दिए गए विडिओ मे समझाई गई है।

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