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Corona Virus Kya Hai

Corona Virus जिसे WHO ने पिछले साल (11 मार्च 2020) को वैश्विक महामारी घोषित किया था। जिसे अब कुछ विशेषज्ञ देर से की गई घोषणा मान रहे है। अगर हम कोरोना से मृत्यु कि बात करे तो भारत कि स्थिति विश्व मे कुछ खास सही नहीं है।

जबसे कोरोना की दूसरी लहर भारत मे आई है, काफी लोगों ने अपने बहुमूल्य प्राण गवा दिए है। अगर हम आज (16 मई 21) की बात करे तो अभी तक भारत मे 2,70,284 लोगों की जान जा चुकी है।

मगर हमे यह भी मानना पड़ेगा की भारत मे कोरोना संक्रमित लोगों का recovery दर दिन प्रतिदिन बहुत ही तेजी से सुधर रहा है। हाल ही मे भारत ने मेडिकल आक्सिजन की भारी किलत को झेला जिससे अब काफी हद तक संभाल लिया गया है।

हम अगर वर्तमान मे देखे तो भारत को अनेकों देश से काफी सहायता प्राप्त हुई है। हमे सहायता के रूप आक्सिजन कोणसंट्रेटर, मास्क, आक्सिजन सिलिन्डर इत्यादि मिली है। तो चलिए हम जानते है कि आखिर Corona Virus क्या है और इतना खतरनाक क्यू है ?

क्या है Corona Virus 

Novel Corona Virus या SARS Cov-II यही नाम दिया है  WHO  ने इस वायरस का जिससे हम लोग आम भाषा मे कोरोना के नाम से जानते है। और Covid -19 नाम दिया गया है इस वायरस से होने वाली बीमारी का, जो अब वैश्विक महामारी का रूप ले चुकी है। 

Novel Corona Virus भी कोरोना परिवार का एक सदस्य है, इससे कोरोना इसलिए कहा जात है क्यू कि अगर हम माइक्रस्कोप से देखे तो इस वायरस के चारों तरफ मुकुट जैसा आकार बना हुआ होता है।

और मुकुट को अंग्रेजी मे Crown कहते है, इसलिए इस वायरस का नाम कोरोना पड़ गया। Corona Virus का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर फेफड़ों मे संक्रमण जैसी समस्या हो सकती है।

तमाम Corona Virus मे से 4 या 5 हि इंसानों मे बीमारी पैदा कर सकते है। Corona Virus ज़ूनोटिक (zoonotic) है जिसका अर्थ है पशुजन्य रोग। मगर कभी कभी ये देखा गया है कि Corona Virus जानवरों से इंसानों मे फैल जाता है, जैसा कि इस बार हुआ है।

चुकी ये बीमारी पहली बार चीन के वुहान शहर के पशु बाजार (जहा पर मछली और जिंदा पशुओ कि बिक्री होती थी) से मिला इसलिए संभावना बढ़ जाती है कि ये जानवरों से हि आया हो।

अभी वाले Corona Virus को इतना महत्त्व क्यू दिया जा रहा है ?

अभी जो Corona Virus देखने को मिल रहा है इससे पहले कभी भी इंसानों मे नहीं दिखा है। और इससे पहले वाले Corona Virus का फैलाव इतनी तेज नहीं थी।

इसके फैलाव का अंदाजा इसी बात से लगा सकते है की, जून 2020 तक मात्र 6 महीनों मे इसने दुनिया भर के 213 देशों को अपने चपेट मे लिया था।

और अभी भी ये वायरस लगातार बढ़ता हि जा रहा है, इसलिए इससे इतनी तवोंजों मिल रही है। अमेरिका जैसे देश जहा कि स्वास्थ व्यवस्था कि दुनिया भर में प्रशंसा कि जाती है।

वहा पर Corona Virus से 5,99,800 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही वहां के 3 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं।

क्या हैं इस बीमारी (Covid-19) के लक्षण ?

Corona Virus का मुख्य लक्षण तेज बुखार है। बच्चों और वयस्कों में अगर 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है।

जिस कारण व्यक्ति का शरीर गर्म हो सकता है और उसे ठंडी महसूस हो सकती है। व्यक्ति के शरीर में कंपकंपी भी महसूस हो सकती है।

इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो यह सामान्य सर्दी जुकाम या निमोनिया जैसा होता है। इस वायरस का संक्रमण होने के बाद बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश पाया गया है। Corona Virus संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आती है।  

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक Corona Virus से संक्रमित होने पर 88 फीसदी को बुखार, 68 फीसदी को खांसी और कफ, 38 फीसदी को थकान, 18 फीसदी को सांस लेने में दिकत, 14 फीसदी को शरीर और सिर में दर्द, 11 फीसदी को ठंड लगना और 4 फीसदी में डायरिया के लक्षण दिखते हैं।

इसके साथ ही कुछ शोध के अनुसार खाने पर स्वाद महसूस न होना और किसी चीज़ की गंध का महसूस न होना भी Corona Virus के लक्षण हो सकते है।

माना जा रहा है कोरोना वायरस के लक्षण दिखना शुरु होने में औसतन पांच दिन का वक्त लग सकता है। लेकिन कुछ लोगों में ये वक्त कम भी हो सकता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार वायरस के शरीर में पहुंचने और लक्षण दिखने के बीच 14 दिनों तक का समय हो सकता है।

कैसे फैलता है Corona Virus ?

जब Corona Virus से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके छींक के बेहद बारीक कण हवा में फैलते हैं। और इन कणों में Covid-19 के विषाणु होते हैं। संक्रमित व्यक्ति के नज़दीक जाने पर ये विषाणुयुक्त कण सांस लेने के मार्ग से आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।

इन बूंदों को सांस लेने से भी यह वायरस के शिकार बन सकते है | इस बिमारी से प्रभावित लोगो से 1 मीटर (3 feet) दूरी बनाई रखनी चाहिए। यह Corona Virus अन्य वायरस की तुलना में तेजी से शरीर के माध्यम से यात्रा कर सकता है।

चीन के डेटा में पाया गया कि लक्षण शुरू होने के 1 दिन बाद ही COVID-19 वाले लोगों के नाक और गले में वायरस का संक्रमण मिला है। 

अगर आप किसी ऐसी जगह को छूते हैं, जहां पर विषाणुयुक्त कण गिरे हुए है, और फिर उसके बाद उसी हाथ से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूते हैं तो ये कण आपके शरीर में पहुंचते हैं, और आपको संक्रमण हो सकता है।

क्या हैं Corona Virus से बचाव के उपाय ?

खांसते और छींकते वक्त अपने नाक को ढकना, बिना हाथ धोए अपने चेहरे, नाक मुह आदि को न छूना और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में ना जाना।

इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। Corona Virus यानी ‘कोविड 19‘ से बचने के लिए आप नियमित रूप से अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छे से धोएं।

अगर आप कही बाहर है, और वहा पानी और साबुन नहीं है तो फिर Alcohol Based Sanitiser का इस्तेमाल करके अपने हाथों को Sanitise कर सकते है।

आयुष मंत्रालय ने इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए लोगों को एक खास आयुर्वेदिक काढ़े का नुस्खा बताया है। जिसे रोजाना पीने से व्यक्ति की इम्यूनिटी में सुधार होगा और उसका शरीर कोविड-19 के संक्रमण से लड़ने में सक्षम बना रहेगा।

तो देर किस बात की आइए जानते हैं क्या है इस काढ़े को बनाने का सही और आसान तरीका। 

सबसे पहले काढ़ा बनाने के लिए आप चार भाग तुलसी के पत्ते, दो भाग दालचीनी, दो भाग सोंठ और एक भाग काली मिर्च लें। इनका मोटा पाउडर बना लें और 3 ग्राम का टी-बैग या 500 मिलिग्राम पाउडर की गोलियां बना लें।

इसे 150 मिलीलीटर उबले पानी में घोल कर चाय की तरह दिन में एक या दो बार पिएं। आयुष मंत्रालय के तमाम दिशा निर्देशों कि अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लेख को पढ़ सकते है।

 * Corona काल मे अपनी Immunity Kaise Badha Sakte Hai ?

क्या Corona Virus से निपटने के लिए कोई वैक्सीन है ?

वर्तमान समय मे काफी देशों ने कोरोना का वैक्सीन बना लिया है। इसमे कुछ प्रमुख देश है अमेरिका, रूस, भारत, चीन, ब्रिटेन इत्यादि। वही अमेरिका और रूस की वैक्सीन की कार्यक्षमता 90% के ऊपर पाई गई है।

हमारे देश मे भी 2 वैक्सीन बनाई और लगाई जा रही है। एक है कोविशील्ड और दूसरा है कोवैक्सीन। अभी हाल ही मे सरकार ने कोविशील्ड के दोनों डोस के बीच का अंतराल 12 से 16 सप्ताह कर दिया है।

वही कोवैक्सीन के दोनों डोस के बीच का अंतराल 4 सप्ताह ही है। हमारा आपसे आग्रह रहेगा की जब भी आप का नंबर आए तो वैक्सीन पक्का लगवाए।

WHO भी कोरोना को लेकर पूरी तरह से सतर्क है और इसका इलाज खोजने की हर संभव कोशिश कर रहा है। फिलहाल जब तक आपको वैक्सीन नहीं मिलती, इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है सावधानी बरतना।

क्या एक इंसान से दूसरे में फैलता है Corona Virus ?

Corona Virus आउटब्रेक की शुरुआत चीन के वुहान शहर स्थित सीफूड मार्केट से हुई थी। हालांकि अब नए केस जो सामने आ रहे हैं उससे यही लग रहा है कि कोरोना एक इंसान से दूसरे में छूने से फैल रहा है।

आसान शब्दों में समझें तो अगर किसी व्यक्ति को Corona Virus का इंफेक्शन हो गया है तो दूसरा व्यक्ति जो उसके संपर्क में आएगा उसे भी ये इंफेक्शन हो जाएगा।

क्या मास्क पहनने से Corona Virus को फैलने से रोक सकते है ?

Corona Virus इतना ज्यादा और इतनी तेजी से फैल रहा है कि हर कोई इससे बचने का तरीका खोजने में लगा है। और इसी क्रम में आधी जनता सर्जिकल मास्क पहनकर सड़कों पर घूम रही है।

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंज प्रिवेंशन CDC की मानें तो मास्क पहनने से इंफेक्शन फैलने का रिस्क काफी हद तक कम हो जाता है। और हाँ सर्जिकल मास्क पहनने से सिर्फ इंफेक्शन का रिस्क कम होगा इससे बचाव नहीं।

हा मगर इतना जरूर है कि, अगर कोई संक्रमित व्यक्ति अचानक आपके पास छींक देता है। तो उस समय मास्क आपको हवा मे मौजूद उन संक्रमित कणों से अवश्य बचा सकता है।

अब तो विशेषज्ञ यहा तक कह रहे है की लोगों को डबल मास्क पहनना चाहिए। हमारा भी आप सबसे आग्रह रहेगा की आप लोग भी हमेशा मास्क पहने। और खुद के साथ ही अपने प्रियजनों को संक्रमण से बचाए। 

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किन लोगों को Corona Virus बीमारी होने का रिस्क सबसे ज्यादा है

बुजुर्गों में मौत के आंकड़े ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। इसके अलावा वैसे लोग जिन्हें पहले से किसी तरह की कोई बीमारी है।

या फिर वैसे लोग जो लंबे समय से बीमार हैं। उनमें भी इस बीमारी या इंफेक्शन होने का खतरा अधिक है।

कब होती है अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत

जिन लोगों में Corona Virus संक्रमण है उनमें से अधिकतर लोग आराम करने और पैरासिटामॉल जैसी दर्द कम करने की दवा लेने से ठीक हो सकते हैं।

चुकी अभी तक इस बीमारी कि कोई दवाई नहीं बनी है, इसमे सिर्फ लक्षणों का हि इलाज किया जा रहा है। अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत तब होती है जब व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत शुरू हो जाए। 

मरीज़ के फेफड़ों की जांच कर डॉक्टर इस बात का पता लगाते हैं कि संक्रमण कितना बढ़ा है। और क्या मरीज़ को ऑक्सीजन या वेंटिलेटर की ज़रूरत है या नहीं?

किस्से संपर्क करे आपात काल मे ?

नीचे दिए गए राज्यों के कोरोना हेल्प लाइन पर संपर्क कर सकते है। किसी भी आपात स्थिति मे संपर्क कर सकते है। और कोरोना से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते है। राज्यों के हेल्प लाइन numbers देखने के लिए यहा क्लिक करे।

* Corona काल मे अपनी Immunity Kaise Badha Sakte Hai ?

भारत सरकार ने भी जारी की एडवाइज़री

भारत सरकार ने भी Corona Virus के लक्षण मिलने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पर सूचना देने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम तैयार किया गया है।

फोन नंबर 011-23978046 के माध्यम से कंट्रोल रूम में संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा [email protected] पर मेलकर के भी कोरोना वायरस के लक्षणों या किसी भी तरह की आशंकाओं के बारे में जानकारी ली जा सकती है।   

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